द ग्रेट खली यानि दलीपसिंह राणा डब्ल्यूडब्ल्यूई की रिंग में उतरते थे तो बड़े-बड़े रेसलर खाैफ से इधर-उधर छिपने के लिए भागते थे लेकिन जब वे बात करते हैं ताे काफी शांत दिखते हैं। द ग्रेट खली कई बॉलीवुड-हाॅलीवुड मूवीज में आ चुके हैं और उन पर बायाेपिक बनने वली है। रेसलिंग में धमाकेदार परफॉर्मेंस देने वाले द ग्रेट खली एक स्कूल के एनुअल फंक्शन के लिए जोधपुर आए। जोधपुर में उन्होंने मारवाड़ की प्रसिद्ध मोजरी(जूती) पहनने की इच्छा जताई, लेकिन उनके पांव के माप की कोई जूती यहां मिली ही नहीं। अब उनके माप के अनुसार उन्हें यहां की कशीदाकारी की बेहतरीन जूती बनाकर भेजी जाएगी।
द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा ने बताया कि जब मैं डब्ल्यूडब्ल्यूई की कुश्ती देखा करता था ताे मुझे लगता था कि मुझमें उनसे ज्यादा ताकत है और मैं उनका मुकाबला कर सकता हूं। हालांकि जब मैं यह अपने आसपास के लाेगाें से कहता ताे वे मेरा मजाक उड़ाते पर मैंने कभी उनकी बात का बुरा नहीं माना और मेहनत पर ध्यान दिया। खली ने कहा, मेरे पास खाेने काे कुछ नहीं था, इसलिए मुझ पर काेई दबाव नहीं था। गांव की मिट्टी से तैयार हाेकर मैंने अमेरिका का रास्ता पकड़ा। अंडरटेकर, केन, जाॅन सीना, द राॅक, ट्रिपल एच जैसे रेसलर्स जिन्हें मैं टीवी पर ही देखा करता था, उनसे मिलने और फाइट करने का मौका मिला। फाइट के बाद पहली बार स्वदेश लौटा तो एयरपोर्ट पर मेरा अद्भुत सम्मान हुआ। देश भर से जाे प्यार मुझे मिला, उसके लिए मैं बहुत शुक्रगुजार हूं।
बाॅडी बिल्डिंग से की थी शुरुआत
अपनी कद काठी काे देखते हुए बाॅडी बिल्डिंग से शुरुआत की थी। इसके लिए मलेशिया जाने का माैका था और इसके लिए भारतीय बाॅडी बिल्डिंग एसाेसिएशन ने मुझे 40 हजार जमा कराने काे कहा, जाे मेरे लिए संभव नहीं था। मैंने साेचा, दूसरे कई खिलाड़ियाें की तरह मुझे भी खेल से पैसा मिलेगा, लेकिन पैसा कहां से दूं। उसके बाद मैंने प्रेाफेशनल रेसलिंग चुनी जिसने इज्जत, शोहरत और पैसा दिया।
लड़की तलाशने में हुई सबसे ज्यादा दिक्कत
पंजाब पुलिस में नाैकरी के साथ द ग्रेट खली हरियाणा व पंजाब में एकेडमी चलाते हैं जहां करीब 250 खिलाड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं। हाल ही में यहां के तीन रेसलर काे डब्ल्यूडब्ल्यूई ने साइन किया है। खास बात ये हैं कि इनमें से दो की हाइट खली के बराबर ही है। खली ने कहा, राजस्थान में सुविधा मिले ताे वे यहां भी एकेडमी खाेल सकते हैं। इतनी हाइट के कारण होने वाली दिक्कतों के बारे में पूछा तो बताया, जूते खाेजने में ज्यादा परेशानी हाेती है। इसी तरह अपने लिए लड़की ढूंढने में भी कुछ परेशानी हुई थी। उन्होंने 2002 में हरमिंदर कौर से शादी की जिनकी हाइट पांच फुट 8 इंच है। दोनों की 1 बेटी भी है।
काली का रूप देख नाम पड़ा द ग्रेट खली
द ग्रेट खली नाम कैसे पड़ा, पूछने पर बताया, चूंकि मैं भारत से था इसलिए डब्ल्यूडब्ल्यूई टीम ने हमारे देश की संस्कृति व इतिहास की जानकारी ली। शुरुआती दिनों में मैंने दिग्गज रेसलर्स को हरा दिया था। जिस तरह मां काली राक्षसों का नाश करती है, उसी तर्ज पर मुझे ग्रेट काली का नाम दिया। लेकिन धार्मिक रूप से किसी को आपत्ति न हो और विवादों से बचने के लिए ग्रेट काली बाद में द ग्रेट खली हो गए।
नहीं मिली जूती
जोधपुर में खली ने यहां की प्रसिद्ध जूती पहनने की इच्छा जताई। इस पर यहां की नामी दुकान पप्पू मोजरी से उसके लिए सबसे बड़े माप की जूतियां मंगाई गई। लेकिन उनके पांव के आकार से वे सभी काफी छोटी रह गई। जूती नहीं मिलने से खली थोड़े निराश हो गए। लेकिन बाद में उनके बड़े पांव का माप ले लिया गया। अब इसके अनुरूप जूती बनाकर उन्हें भेजी जाएगी।