दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे अंडर-19 वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में मंगलवार को भारतीय टीम का पाकिस्तान से मुकाबला है। इस प्रतियोगिता में भारत की तरफ से सबसे अधिक 11 विकेट ले चुके जोधपुर के रवि विश्नोई पाकिस्तान के खिलाड़ियों को अपनी फिरकी में उलझाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अपने अब तक के प्रदर्शन के दम पर उत्साह से लबरेज रवि ने कहा कि हम पूरी तरह से तैयार है और टीम पर किसी प्रकार का दबाव नहीं है। हम आज भी बेहतर प्रदर्शन दोहराएंगे, जैसा कि प्रतियोगिता में अब तक किया है।
धक्षिण अफ्रीका से उसके पिता मांगीलाल विश्नोई के माध्यम से हुई बातचीत में रवि ने कहा कि हमारी टीम ने अब तक काफी संतुलित प्रदर्शन किया है। इस टीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह दो-तीन खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है। टीम का प्रत्येक खिलाड़ी अपना अहम योगदान दे रहा है। सही मायने में हम सभी टीम भावना के साथ एकजुट होकर खेल रहे है। एक-दूसरे का उत्साह बढ़ा रहे है। यहीं कारण है कि अब तक हमने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि हम आज भी अपना बेहतरीन खेल दिखाएंगे। रवि ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि हमारा ध्यान अपने खिताब की रक्षा करने पर है, लेकिन फिलहाल में मैच दर मैच अपना ध्यान केन्द्रित कर रहे है। ज्यादा आगे की नहीं सोच रहे है। हालांकि खिताब की प्रबल दावेदार आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराने से सभी का हौंसला बढ़ा है।
बेसिक पर ही फोकस
प्रतियोगिता में अब तक 11 विकेट लेने में सफल रहने के बारे में रवि ने कहा कि उन्होंने अपने बेसिक पर ही ध्यान रखा है। पिच और परिस्थितियों को ध्यान में रख गेंदबाजी कर रहा हूं। सफलता मिलने से नि:संदेह उत्साह बढ़ा है और इससे मुझे आगे के मैच में और भी बेहतरीन प्रदर्शन करने का हौंसला मिला है। उम्मीद है कि आज भी हम बेहतरीन प्रदर्शन कर फाइनल में स्थान बनाएंगे।
उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन
जाेधपुर तहसील के बिरामी गांव के निवासी रवि के पिता मांगीलाल शिक्षक हैं तो मां शिवरी देवी गृहिणी हैं। दक्षिण अफ्रीका में रवि के प्रदर्शन के बारे में उसके पिता मांगीलाल का कहना है कि उसने अब तक उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। आज जब चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से मुकाबला है तो इसमें कोई दो राय नहीं दबाव तो बढ़ता ही है, लेकिन उम्मीद है कि रवि देश के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
आसान नहीं रहा है रवि का सफर
जोधपुर से बारहवीं तक पढ़ाई करने के साथ पूरी तरह से क्रिकेट को समर्पित रवि का यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। देश के अन्य बच्चों की तरह उन्होंने अपनी गली में टेनिस बॉल के साथ क्रिकेट खेलने की शुरुआत की। उस समय ज्यादा दूर की नहीं सोची थी। आठ बरस पूर्व जोधपुर में स्पार्टन क्रिकेट अकादमी में वे एक तेज गेंदबाज बनने की ललक लिए पहुंचे थे। वहां के कोच प्रत्युश और शाहरुख ने कुछ दिन पश्चात उन्हें तेज गेंदबाजी का मोह छोड़ एक स्पिनर बनने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने लेग स्पिनर के रूप में अभ्यास शुरू किया। उन्होंने अपनी लेग स्पिन में कई विविधता हासिल की, विशेषकर गुगली और फ्लीपर में महारत हासिल कर ली। लेकिन इसके पीछे बरसों तक अथक मेहनत छुपी हुई है। रवि रोजाना घंटों तक लगातार एक के बाद एक कर गेंद फैंकता रहता। लगातार गेंदबाजी के कारण उसके खेल में निखार आ गया। यही कारण है कि आज वह सबका चहेता खिलाड़ी बना हुआ है। आईपीएल की नीलामी में पंजाब ने दो करोड़ रुपए की भारी भरकम बोली लगा कर खरीदा है।